Kadambari Kathamukh
₹250.00
महाकवि बाणभट्टविरचिता
कादम्बरी
( कथामुखपर्यन्ता ) परीक्षोपयोगि संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेता
‘कादम्बरी’ संस्कृत के श्रेष्ठ गद्यकार बाण की रचना है।
Description
महाकवि बाणभट्टविरचिता
कादम्बरी
( कथामुखपर्यन्ता ) परीक्षोपयोगि संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेता
- ‘कादम्बरी’ संस्कृत के श्रेष्ठ गद्यकार बाण की रचना है।
- संस्कृत काव्य शास्त्रियों ने संस्कृत गद्यकाव्य के दो भेद किये हैं : १ – कथा २ आख्यायिका । ये दोनों भेद विषयवस्तु की दृष्टि से किये गये हैं। कथा में मुख्य बात यह होती है कि कवि की कल्पना का ही प्राधान्य होता है। सभी घटनाएँ कल्पित होती हैं।
- इसमें आरम्भ में नमस्कार, सज्जन-प्रशंसा एवं दुर्जन-निन्द्रा तथा कवि के वंश का वर्णन होता है ।
- आर्या, वक्त्र और अपवक्त्र नाम के छन्दों का प्रयोग होता है। आख्यायिका ऐतिहासिक कथानक पर आधारित होती है ।
- उसका नायक कोई इतिहासप्रसिद्ध पुरुष-प्रायः राजा होता है। इसमें आरम्भ में कवि अपने पूर्ववर्ती कवियों का स्मरण करता है। इसमें विषयवस्तु का विभाजन आश्वास में होता है। इन दोनों प्रकार के गद्य के उदाहरण महाकवि बाण की ही दो रचनाएँ मानी गयी हैं । १-कादम्बरी कथा है और २- हर्ष चरित आख्यायिका ।
Additional information
Weight | 295 g |
---|
Reviews
There are no reviews yet.